Computer system:–
कंप्यूटर सिस्टम एक भोतिक छूने योग्य इलेक्ट्रोनिक यन्त्र है जो विभिन्न यंत्रो से मिलकर बना होता है जैसे इनपुट –आउटपुट डिवाइस प्रोसेसिंग डिवाइस मेमोरी इत्यादि इन्हें सिस्टम पैनल के तरह या उन भोतिक तथ्यों के हिसाब से वर्गीकृत कर सकते है जो एक कंप्यूटर सिस्टम का संचालित करना संभव करते है |
-:Power switch :-
Power स्विच Button वह Button होता जो आपके कंप्यूटर को चालू या बंद करने के लिए प्रयोग होता है |यह आपके कंप्यूटर के कैबिनेट में सामने की ओर लगा होता है| इसी button से हम कोल्ड बूटिंग करते है | लेकिन ध्यान रहे अगर कंप्यूटर on हो रहा है और उस वक्त अगर अपने इस button को प्रयोग कंप्यूटर को बंद करने के लिए किया तो आपके ऑपरेटिंग सिस्टम में समस्या आ सकती है और यानि कोई भी windows ऑपरेटिंग सिस्टम की फाइल मिस होने का खतरा बना रहता है |
-:Reset button:-
इस बटन की मदद से हम किसी कंप्यूटर सिस्टम के चालू हालत में अपनी जरुरत के उन्हें पुनः स्टार्ट (रिस्टार्ट)कर सकते है|
-:CD/DVD ROM drive(compact disk and digital video disk):-
इस डिवाइस की मदद से हम किसी कंप्यूटर सिस्टम में किसी सीडी या डीवीडी को एक्सेस कर सकते है |
Flopppy drive :
ये ड्राइव किसी कंप्यूटर सिस्टम में फ्लापी डिस्क को एक्सेस करने में स्तेमाल होता है, परन्तु फ्लॉपी डिस्क का प्रयोग अब न के बराबर होता है |
Front USB Port mic & Headphone Slot:-
यह पोर्ट किसी USB डिवाइस को एक्सेस करने में उपयोग होता है जबकि माइक और हैडफ़ोन जैक स्लॉट किसी माइक्रोफोन या हैडफ़ोन को जैक वायर से कनेक्ट कर संगीत सुनने में उपयोग होता है| लेकिन ध्यान रहे की इनका कनेक्शन motherboard से होना आवश्यक है |
Indicator light:-
यह वह सिगनल लाइट होती है जो सिस्टम के स्टार्ट होने के समय से चलते रहने तक जलती रहती है और सिस्टम के बंद होने पर स्वतः बंद हो जाती है|
Power Supply Socket :-
यह सॉकेट कंप्यूटर सिस्टम में पॉवर सप्लाई देने के लिए केबल को कनेक्ट करने में स्तेमाल होता है जिससे SMPS की माध्यम से इलेक्ट्रोनिक कॉम्पोनेन्ट तक पहुचता है|
-:Keybord Port :
– इस पोर्ट की मदद से कंप्यूटर सिस्टम में कीबोर्ड को कनेक्ट किया जाता है | यह सिक्स पिन का गोल फीमेल पोर्ट होता है, इसे PS2 कीबोर्ड कहते है |
-:Mouse Port :-
इस पोर्ट की मदद से कंप्यूटर सिस्टम में माउस को कनेक्ट किया जाता है| यह भी फीमेल पोर्ट होता है और इसपर भी ps2 माउस लगाया जाता है परन्तु इसका कलर ग्रीन होता है |
-:Parellel port :-
इस पैरेलल पोर्ट की मदद से कंप्यूटर सिस्टम में कोई अन्य डिवाइस जैसे प्रिंटर आदि को कनेक्ट किया जा सकता है| यह 25 पिन का फीमेल पोर्ट होता है, इसपर 25 पिन का कोई भी उपकरण कनेक्ट किया जा सकता है, परन्तु ज्यादातर डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर लगाया जाता है |
-:VGA port :-
इस पोर्ट की मदद से विजुअल डिस्प्ले यूनिट जैसे मोनिटर आदि को कनेक्ट किया जा सकता है| इसको video graphics arrey भी कहते है |यह 15 पिन का फीमेल पोर्ट होता है और यह ब्लू कलर का होता है |
Rear USB port:-
इस पोर्ट को USB 2.0 कहा जाता है जिससे किसी USB डिवाइस को कनेक्ट किया जा सकता है |
Mic and Speaker jack Port :-
इन Port की मदद से हम कंप्यूटर सिस्टम में कोई माइक्रोफोन या स्पीकर कनेक्ट कर सकते है जिससे हम साउंड को स्टोर (माइक द्वारा) या प्ले कर सकते है|
-:Network Port :-
इस Port से हम कंप्यूटर सिस्टम को नेटवर्क केबल की मदद से किसी नेटवर्क से कनेक्ट कर सकते है| इसे LAN card, NIC Card अथवा Ithernet कार्ड भी खा जाता है |
-:IEEE 1394(firewire):-
यह एक सीरियल बस इंटरफ़ेस होता है जिससे हाई स्पीड तथा रिअल टाइम डाटा ट्रान्सफर होता है इसका नाम फायर वायर (firewire)इसके डैबल पर कारपोरेशन द्वारा रखा जाता है|
-:Fan:-
यह एक पंखा होता हैजो एक कंप्यूटर सिस्टम के अंदर होता है और जिसका मुह बाहर की तरफ होता है जो CPU द्वारा उत्पन्न हीट (गर्म)को बाहर भेज देता है|
-:Motherboard :-
यह कंप्यूटर सिस्टम का एक मुख्य भाग होता जिसमे सभी कॉम्पोनेन्ट जुड़े रहते है जो एक कंप्यूटर सिस्टम को संचालित करना संभव करते है जैसे रोम, रैम, प्रोसेसर इत्यादि|
CPU (central processing unit):-
यह कंप्यूटर सिस्टम का सबसे मुख्य भाग होता है जो कंप्यूटर सिस्टम में कोई भी डाटा या इनफार्मेशन जो यूजर द्वारा बतोर इनपुट की तरह से दिया गया होता है को प्रोसेस कर एक नियत आउटपुट प्रदान करता है|
-:RAM :-
रैम एक प्राइमरी मेमोरी होती है जो एक चिप के रूप में एक स्लॉट की मदद से मदर बोर्ड से जुड़ा रहता है जो सिस्टम पर कार्य करने के लिए जरुरी मेमोरी उपलब्ध कराता है|
-:ROM :-
रोम कंप्यूटर सिस्टम में एक चिप के रूप में मदद से मदर बोर्ड से जुड़ा रहता है जो BIOS इनफार्मेशन को सुरक्षित रखता है जो कंप्यूटर सिस्टम के बूटिंग के दोरान उपयोग में आती है|
Display adapter card (graphics card):-
यह एक एडाप्टर होता है जो CPU को मानिटर से लिंक करता है जो भी टास्क CPU के अंतर्गत होता है उसे यह मानिटर पर प्रदर्शित करने में सहयोग करता है|
Expansion Slot
इस slot की मदद से हम कुछ अन्य डिवाइस या इंटरफ़ेस को कंप्यूटर सिस्टम से कनेक्ट करते है जो सिस्टम की कार्य छमता को बढाता है जब कोई सिस्टम कुछ ऐसे फीचर जिनको सपोर्ट नहीं करता उन्हें हम एक्सपेंशन slot की मदद से जोड़ सकते है जैसे साउंड कार्ड नेटवर्क कार्ड ग्राफिक्स कार्ड इत्यादि
INPUT
किसी भी निर्देश एवं डाटा को कंप्यूटर में इनपुट डिवाइस के माध्यम से ही उपलब्ध कराया जा सकता है |कंप्यूटर उन उपलब्ध डाटा एवं सूचनाओं को प्रोसेस करता है ताकि एक नियत आउटपुट पाया जा सके
MOUSE |
KEYBOARD |
SCANNER |
TRACK BALL |
JOYSTICK |
LIGHT PEN |
OCR |
MICROPHONE |
BAR CODE READER |
MICR |
INPUT DEVICE
इनपुट डिवाइस वो इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस होती है जो किसी कंप्यूटर सिस्टम में इनपुट देने की लिए इस्तेमाल होता है जो इन यंत्रो को जो इनपुट और आउटपुट के लिए इस्तेमाल होती है को पेरिफेरल बोलते है | इनपुट डिवाइस कई होती है जैसे –माउस ,कीबोर्ड ,ट्रैक बॉल ,जॉयस्टिक और लाइट पेन इत्यादि
KEYBOARD
कीबोर्ड एक इनपुट डिवाइस होता है जो किसी कंप्यूटर सिस्टम में इनपुट बतौर टेक्स्ट के रूप में देता है एक कीबोर्ड में कई तरह की कीज़ होती है जैसे अल्फाबेट्स कीज़ ,नुमरिक कीज ,फंक्शनल कीज, स्पेशल कीज और मल्टीमीडिया |
MOUSE
माउस एक तरह का इनपुट डिवाइस होता है जो कंप्यूटर सिस्टम में कोई भी इनपुट बतौर पॉइंट करके देता है | यह इनपुट डिवाइस कंप्यूटर सिस्टम में सामान्य निर्देश देने के लिए उपयोग होता है माउस दो तरह के होते है | मकेनिकल माउस तथा ऑप्टिकल माउस
आजकल कंप्यूटर यूजर के द्वारा ज्यादातर ऑप्टिकल माउस का प्रयोग किया जाता है इसमें दो बटन होती है लेफ्ट एवं राईट बटन तथा तीसरी स्क्रॉल बटन होती है |
JOYSTICK
जॉयस्टिक एक इनपुट डिवाइस होता है जो कंप्यूटर सिस्टम में इनपुट देने के लिए होता है जो प्रायः गेम एप्लीकेशन में प्रयोग होता है जैसा की इनके नाम से प्रतीत होता है इस इनपुट डिवाइस में इनपुट हम अंगूठे में जॉयस्टिक के बटन को प्रेस कर देते है इस डिवाइस के नीचे एक गोलाकार बॉल होती है जिस पर यह घूमता है |
SCANNER
स्कैनर का इस्तेमाल किसी हार्डकॉपी या फोटोग्राफ को स्कैन करके डिजिटल फॉर्म में कन्वर्ट कर कंप्यूटर में रख सकते है |यह एक जेरोक्स मशीन की तरह कार्य करता है जो किसी हार्ड कॉपी का बिलकुल दूसरी प्रति साफ्ट सॉफ्ट फॉर्म में कन्वर्ट कर देता है इस डिवाइस को हम कंप्यूटर सिस्टम में USB या पैरेल पोर्ट से कनेक्ट कर इस्तेमाल कर सकते है जिसके लिए इसका ड्राईवर इन्स्टाल करना पड़ता है |
Web camera:-
वेब कैम एक कैमरा डिवाइस होता है जो फोटोग्राफ लेने, विडिओ रिकार्ड करने के लिए उपयोग होता है जिसे हम बतौर इनपुट डिवाइस इस्तेमाल कर सकते है इसका कैमरा VGA रेज्यूलेसन का होता है इस इनपुट डिवाइस को हम ज्यादातर वीडियो चैट के लिए इस्तेमाल करते है
Output
आउटपुट , इनपुट और प्रोसेसिंग के बाद का स्टेप है जहा हम अपना आउटपुट जान पाते है जो आपके द्वारा कंप्यूटर को दिया गया होता है आउटपुट के माध्यम से सूचनाये जिन्हें हम स्टोरेज डिवाइस जैसे- प्रिंटर, प्लॉटर मल्टीमीडिया प्रोजेक्टर speaker इतियाद|
printer |
monitor |
projector |
plotter |
speaker |
Output Devices
आउटपुट के माध्यम से सूचनाये जिन्हें हम विभिन्न आउटपुट डिवाइसेस पर देख एवं एक्सेस कर सकते है आउटपुट के माध्यम से सूचनाये जिन्हें हम स्टोरेज डिवाइस जैसे हार्ड डिस्क प्लोपी डिस्क इत्यादि में स्टोर कर अपने प्रयोग में लाते है आउटपुट डिवाइस के उदाहारण है प्रिंटर, प्लॉटर, मल्टीमीडिया, प्रोजेक्टर, speakerइत्यादि
Monitors
यह एक सॉफ्टविसुअल डिवाइस है जिस पर आउटपुट को देखा जा सकता है यह टेक्नोलॉजी के अनुसार दो प्रकार का होता है
(i)CRT (cathode ray tube)
CRT टेक्नोलॉजी इसमें कैथोड ray tube लगी होती है जो इसमें कैथोड किरने प्लोरसीन स्किन पर गिरती है और डिप्लेक्ट होकर पिक्चर बनाती है यह दो प्रकार के होते है
Ø मोनोक्रोम- जो की ब्लैक and वाइट पिक्चर दिखता है
Ø कलर- इनमे तीन प्रकार के फास्फोरस कलर लाल हरा और नीला होने के कारण कलर पिक्चर बनता है |
(ii)LCD (liquid crystal display)
एल. सी. डी. टेक्नोलॉजी liquid crystal display टेक्नोलॉजी लाइट को माडुलेट करके पिक्चर बनाती है थिन फिल्म ट्रांजिस्टर मैट्रिक्स भी पिक्चर बनाती है परन्तु मैट्रिक्स से लाइट नहीं निकलती है लेकिन लाइट इमेटिंग डायोड में लाइट यही से निकलती है अतः पिक्चर कवालीटी काफी अच्छी है |
Speaker
यह एक आउटपुट डिवाइस जो साउंड या म्यूजिक को प्ले कर ध्वनि उत्सर्जन का कार्य करता है जो एक आउटपुट है इसका उपयोग मल्टीमीडिया एप्लीकेशन में होता है जिससे कोई भी साउंड या म्यूजिक को आसानी से सुना जा सकता है |
Printers :–
प्रिंटर एक आउटपुट डिवाइस है जो कंप्यूटर से डाटा प्राप्त कर उसका आउटपुट हार्डकॉपी के रूप में मुद्रित करता है प्रिंटिंग कुआलिटी को डॉट पर इंच (DPI ) में मापा जाता है | प्रिंटर दो प्रकार का होता है |
(I) Impact Printer :-
DOT Matrix-डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर इम्पैक्ट प्रिंटर का एक प्रकार होता है जो इंक रिबन पर पिन से स्ट्राइक कर करेक्टर प्रिंट करता है इसमें प्रत्येक पिन एक डॉट छोडती है और इन डॉट के कॉम्बिनेशन से कोई अक्षर आकार बनता है प्रत्येक करेक्टर को छापने के लिए बहुत डॉट की आवश्यकता होती है | डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर अब ज्यादा इस्तेमाल अब नहीं होता है इनका इस्तेमाल अब वही होता है जहाँ अत्यधिक मात्रा में पेज प्रिंट करने होते है |
(II) Non Impact Printer:-
नॉन इम्पैक्ट प्रिंटर जो की बिना हैमर के प्रिंट करता है |जैसे इंकजेट प्रिंटर्स एवं लेज़र प्रिंटर्स |
Inkjet Printer –
इंकजेट प्रिंटर इसमें जेट के माध्यम से आयनोलाइज्ड इंक स्प्रे मैग्नेटिक प्लेटो से होता हुआ शीट या पेपर पर डॉक्यूमेंट इमेज या सिंबल बनाता है |इस प्रिंटर से हाई कुआलिटी प्रिंटिंग होती है इसमें 300 dpi या अधिक की प्रिंट कुआलिटी में प्रिंट किया जा सकता है
Laser Printer –
इसमें बेलनाकार ड्रम होता है जिसे फोतोरेसेप्टर कहते है पर लेज़र बीम तब गिरती है जब पेपर प्रिंटर से निकलता है |यह ड्रम इलेक्ट्रिकली पोजिटिव चार्ज होता है जिस पर लेज़र बीम पैटर्न प्रिंट करता है एक बार जब पैटर्न ड्रम पर बन जाता जाता है तब यह टोनर कोट्रेज से एक लेयर बनाकर जो पेपर टोनर से प्राप्त होता है पर इमेज प्रिंट करता है | सामान्यता टोनर ब्लैक होता है परन्तु कलर प्रिंटर के काट्रेज में टोनर स्थान ,मग्नेता और येलो कलर का होता है |प्रिंटिंग स्पीड काफी तेज होती है और इसकी dpi 600 या अधिक होती है |
CPU (central processing unit ):–
प्रोसेसिंग डिवाइस चौथे जनरेशन के कंप्यूटर में प्रोसेसिंग डिवाइस के रूप में उपयोग किया गया है इसमें कई सर्किट लगी होती है एक कम्पलीट साइकिल को काउंट करने के लिए मदरबोर्ड पर एक क्लॉक लगा होता है जोकि फ्रिक्वेंसी को काउंट करता है |डाटा इंस्ट्रक्शन इनपुट डिवाइस द्वारा प्रोसेसर की तरफ प्रोसेसिंग के लिए जाता है और प्रोसेसर उसे प्रोसेस करके इनफार्मेशन के रूप में आउटपुट डिवाइस पर रिजल्ट प्रदान करता है |यह पूरा कार्य एक चक्र में होता है |पूरी प्रोसेसिंग प्रोसेसर के अन्दर होती है प्रोसेसर के उदाहरण –पेंटियम -1,2,3 IV ,ड्यूल कोर ,कोर टू डुओ ,कोर आई -3 कोर आई -5 इत्यादि है |प्रोसेसर के तीन भाग होते है |
CPU |
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Arithmetic logic Unit (ALU):-
पहला अरिथमेटिक लॉजिक यूनिट जो की तार्किक एवं अंकगणितीय कार्य को प्रोसेस करता है |यह cpu का मुख्य भाग है जो तार्किक एवं अंकगणितीय कार्य को प्रोसेस करता है जो बतौर यूजर के द्वारा इनपुट किया जाता है उन पर जरुरी ऑपरेशन कर चाहे वो अंकगणितीय हो तार्किक हो मेमोरी यूनिट को भेज देता है जहाँ से ये कण्ट्रोल यूनिट की मदद से यूजर द्वारा निर्देशित आउटपुट मीडिया पर भेज दिया जाता है |